अध्याय – 2 हिन्दुओं ने जो घर बनाया है इस अध्याय में हिन्दू समाज के संरचनात्मक और वैचारिक ढांचे की गहराई में डॉ. बी.आर. अम्बेडकर द्वारा की गई आलोचना को दर्शाया गया है। सारांश: अध्याय 2 हिन्दुओं द्वारा निर्मित लाक्षणिक “घर” की जटिल पदानुक्रम और कठोर जाति व्यवस्था की जांच करता है। अम्बेडकर का तर्क… Continue reading हिन्दुओं ने जो घर बनाया है