अध्याय 3 – समझौता-साम्राज्यिक वित्त बिना साम्राज्यिक प्रबंधन के इस अध्याय में एक केंद्रीकृत साम्राज्यिक वित्तीय प्रणाली से एक अधिक सूक्ष्म व्यवस्था की ओर संक्रमण का पता लगाया गया है, जिसका उद्देश्य ब्रिटिश इंडिया की एकीकृत वित्तीय संरचना को बनाए रखते हुए प्रांतीय प्रशासनों को वित्तीय प्रबंधन में अधिक स्वायत्तता प्रदान करना था। यह समझौता… Continue reading समझौता-साम्राज्यिक वित्त बिना साम्राज्यिक प्रबंधन के