शूद्र और दास

अध्याय VI – शूद्र और दास “शूद्र कौन थे?” से “शूद्र और दास” अध्याय प्राचीन भारतीय वैदिक समाज के भीतर शूद्रों और दासों की उत्पत्ति और सामाजिक स्थिति पर गहराई से विचार करता है। यह विश्लेषण इन समूहों की जटिलताओं और समय के साथ हुए परिवर्तनों को उजागर करने, मुख्य पहलुओं, निष्कर्षों, और उनके व्यापक… Continue reading शूद्र और दास