विस्तारण

IV – विस्तारण सारांश: “भारत में लघु भू-स्वामित्व और उनके उपचार” के इर्द-गिर्द चर्चा मुख्य रूप से लघु खेती वाले खेतों की चुनौतियों और अक्षमताओं को संबोधित करने पर केंद्रित है। डॉ. बी.आर. आंबेडकर ने इन खेतों को समेकित और विस्तारित करने के प्रस्तावित उपायों का समालोचनात्मक विश्लेषण किया है, जिससे कृषि उत्पादकता और आर्थिक… Continue reading विस्तारण