भाषावाद और कुछ नहीं

भाग I –आयोग का कार्य अध्याय I: भाषावाद और कुछ नहीं सारांश डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के “भाषाई राज्यों पर विचार” नामक अध्याय “भाषावाद और कुछ नहीं” में भारतीय राज्यों के पुनर्गठन पर एक भाषाई आधार पर ध्यान केंद्रित किया गया है। उस समय, भारतीय संविधान ने राज्यों को तीन भागों (A, B, और C) में… Continue reading भाषावाद और कुछ नहीं