अध्याय – 4 सुधारक और उनका भाग्य सारांश: यह अध्याय प्राचीन भारत में सामाजिक सुधारकों के प्रयासों पर गहराई से चर्चा करता है, विशेष रूप से गौतम बुद्ध पर विशेष ध्यान देते हुए, जो एक सुधारक के रूप में उनके गहरे प्रभाव को उजागर करता है। यह समाज में सुधार की आवश्यकता को उजागर करता… Continue reading सुधारक और उनका भाग्य