अध्याय VII – शूद्र क्षत्रिय थे “शूद्र कौन थे?” से “शूद्र क्षत्रिय थे” अध्याय प्राचीन भारतीय समाज में शूद्र वर्ग की उत्पत्ति और सामाजिक गतिशीलता पर गहराई से चर्चा करता है, यह सुझाव देता है कि क्षत्रिय से शूद्र स्थिति में परिवर्तन हुआ था। यहाँ एक संरचित सारांश है: सारांश यह अध्याय प्रस्तावित करता है… Continue reading शूद्र क्षत्रिय थे