भाग I मालिकों का न्यायालय सारांश “मालिकों का न्यायालय” पूर्वी भारत कंपनी की प्रशासनिक संरचना का एक अभिन्न अंग था, जो इसके शासन के लिए एक आधारशिला के रूप में कार्य करता था। यह न्यायालय मूल रूप से उन शेयरधारकों का एक समूह था जिन्होंने निर्धारित मात्रा में पूर्वी भारत का स्टॉक रखा था, जिससे… Continue reading मालिकों का न्यायालय