भाग – III – सामाजिक अध्याय – 1 सभ्यता या अपराध सारांश: इस अध्याय में ऐतिहासिक और सामाजिक परिस्थितियों की आलोचनात्मक समीक्षा की गई है जिसके कारण कुछ समुदायों को हिंदू सामाजिक व्यवस्था में “अस्पर्श्य” के रूप में वर्गीकृत किया गया। इसमें अस्पर्श्यता की उत्पत्ति की जांच की गई है, जो प्राचीन ग्रंथों और सामाजिक… Continue reading सभ्यता या अपराध