अध्याय 2. बड़ौदा के पारसी सराय से जीवन भर के आंसू सारांश यह कथा डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के चुनौतीपूर्ण अनुभवों को दर्शाती है जब वे 1916 में विदेशों में अध्ययन के कई वर्षों के बाद भारत लौटे, जिसे बड़ौदा के महाराजा द्वारा वित्त पोषित किया गया था। संयुक्त राज्य अमेरिका और संयुक्त राज्य अधिराज्य में… Continue reading बड़ौदा के पारसी सराय से जीवन भर के आंसू