अध्याय XV : कौन निर्णय ले सकता है? सारांश: यह अध्याय पाकिस्तान के निर्माण के अत्यंत विवादास्पद मुद्दे का परिचय हिन्दुओं और मुसलमानों के दृष्टिकोण से कराता है, जिसमें दोनों पक्षों पर गहरे भावनात्मक आग्रह देखे जाते हैं। लेखक, बी.आर. आंबेडकर, तर्क देते हैं कि इस मुद्दे के जटिलता और भावनात्मक आरोपण के बावजूद, इसका… Continue reading कौन निर्णय ले सकता है?