पहेली संख्या 19:पितृत्व से मातृत्व की ओर परिवर्तन। ब्राह्मणों ने इससे क्या हासिल करना चाहा? सारांश:यह पहेली हिन्दू कानून में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन की खोज करती है, जिसमें एक बच्चे के वर्ण (जाति) का निर्धारण पिता के वर्ण (पितृसत्तात्मक वंशानुक्रम) के आधार पर करने से लेकर माता के वर्ण (मातृसत्तात्मक वंशानुक्रम) को महत्व देने तक… Continue reading पहेली संख्या 19:पितृत्व से मातृत्व की ओर परिवर्तन। ब्राह्मणों ने इससे क्या हासिल करना चाहा? – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
Author: AdminBS
पहेली संख्या 18:मनु का पागलपन या मिश्रित जातियों की उत्पत्ति की ब्राह्मणवादी व्याख्या – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
पहेली संख्या 18:मनु का पागलपन या मिश्रित जातियों की उत्पत्ति की ब्राह्मणवादी व्याख्या सारांश:यह पहेली मनु स्मृति में मनु द्वारा रेखांकित मिश्रित जातियों (संकर जातियों) के वर्गीकरण और मूल की खोज करती है। यह चार प्रमुख वर्णों (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, और शूद्र) के विभिन्न संयोजनों के माध्यम से इन जातियों की सृष्टि के पीछे ब्राह्मणिक… Continue reading पहेली संख्या 18:मनु का पागलपन या मिश्रित जातियों की उत्पत्ति की ब्राह्मणवादी व्याख्या – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
पहेली संख्या 17:चार आश्रम—उनके बारे में क्यों और कैसे – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
पहेली संख्या 17:चार आश्रम—उनके बारे में क्यों और कैसे सारांश:यह खंड हिन्दू समाज में आश्रम धर्म की अवधारणा में गहराई से उतरता है, जो व्यक्ति के जीवन को चार चरणों में विभाजित करती है: ब्रह्मचर्य (छात्र जीवन), गृहस्थ (गृहस्थ जीवन), वानप्रस्थ (संन्यासी चरण), और संन्यास (त्यागी जीवन)। वर्ण धर्म के विपरीत, जो समाज को… Continue reading पहेली संख्या 17:चार आश्रम—उनके बारे में क्यों और कैसे – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
पहेली संख्या 16:चार वर्ण—क्या ब्राह्मण अपने मूल के प्रति सुनिश्चित हैं? – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
पहेली संख्या 16:चार वर्ण—क्या ब्राह्मण अपने मूल के प्रति सुनिश्चित हैं? सारांश:यह पहेली हिन्दू समाज में चार वर्णों (जातियों) के मूल के प्रति ब्राह्मणों की निश्चितता की जांच करती है: ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, और शूद्र। यह ब्राह्मणिक व्याख्याओं में विरोधाभासी कथाओं और एकरूपता की कमी को उजागर करती है, जो वर्ण प्रणाली को उचित ठहराने… Continue reading पहेली संख्या 16:चार वर्ण—क्या ब्राह्मण अपने मूल के प्रति सुनिश्चित हैं? – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
परिशिष्ट V:वेदों की अचूकता – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
परिशिष्ट V:वेदों की अचूकता सारांश:यह खंड वेदों की अचूकता की अवधारणा की खोज करता है, जो उनके अनंत और बिना सवाल के स्वभाव को हिन्दू दर्शन में रेखांकित करने वाले तर्कों और शिक्षाओं को प्रस्तुत करता है। यह धर्म (नैतिक और धार्मिक कर्तव्यों) को परिभाषित करने में वेदों की केंद्रीय भूमिका और हिन्दू जीवन और… Continue reading परिशिष्ट V:वेदों की अचूकता – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
परिशिष्ट IV:स्मार्त धर्म – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
परिशिष्ट IV:स्मार्त धर्म सारांश:यह अनुलग्नक स्मार्त धर्म में गहराई से उतरता है, जो हिन्दू धार्मिक प्रथाओं के कैनोनिकल और विधिक पहलुओं पर केंद्रित है, जैसा कि स्मृतियों या धर्मशास्त्रों में रेखांकित है। ये ग्रंथ शासन और नागरिक कर्तव्यों से लेकर पापों के लिए प्रायश्चित और दंडों तक, विषयों की व्यापक श्रेणी को कवर करते हैं,… Continue reading परिशिष्ट IV:स्मार्त धर्म – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
परिशिष्ट III:त्रिमूर्ति की पहेली – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
परिशिष्ट III:त्रिमूर्ति की पहेली सारांश:यह अनुलग्नक हिन्दू त्रिमूर्ति, ब्रह्मा, विष्णु, और शिव (महेश) की जटिल और आकर्षक गतिशीलता में गहराई से उतरता है, और उनकी पूजा को आकार देने वाले ऐतिहासिक, धार्मिक, और सामाजिक-राजनीतिक कारकों का पता लगाता है। मुख्य बिंदु: संप्रदायों का ऐतिहासिक महत्व:हिन्दू समाज में जातियों के अध्ययन पर बहुत ध्यान दिया गया… Continue reading परिशिष्ट III:त्रिमूर्ति की पहेली – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
परिशिष्ट II:वेदांत की पहेली – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
परिशिष्ट II:वेदांत की पहेली सारांश:यह अनुलग्नक वेदांत दर्शन और वेदों के बीच के जटिल संबंध की खोज करता है, जिसमें हिन्दू विचार में उनकी व्याख्या और महत्व को आकार देने वाले ऐतिहासिक और दार्शनिक बारीकियों पर प्रकाश डाला गया है। मुख्य बिंदु: वेदांत की प्रतिष्ठा और गलतफहमियाँ:वेदांत हिन्दू दर्शनों में अपने गहरे प्रभाव के लिए… Continue reading परिशिष्ट II:वेदांत की पहेली – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
परिशिष्ट I:वेदों की पहेली – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
परिशिष्ट I:वेदों की पहेली सारांश:यह अनुलग्नक वेदों के आसपास के बहुआयामी प्रश्नों, जैसे कि उनकी उत्पत्ति, लेखन, और अधिकार की जटिल कथाओं और सिद्धांतों को उधेड़ने का प्रयास करता है। मुख्य बिंदु: वेदों की उत्पत्ति:हिन्दू धर्मग्रंथों के विभिन्न स्रोत वेदों की उत्पत्ति के विभिन्न खाते प्रदान करते हैं। उन्हें अनादि और पूर्व-अस्तित्व में माना जाता… Continue reading परिशिष्ट I:वेदों की पहेली – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
पहेली संख्या 15:ब्राह्मणों ने एक अहिंसक देवता का विवाह रक्तपिपासु देवी से कैसे किया? – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर
पहेली संख्या 15:ब्राह्मणों ने एक अहिंसक देवता का विवाह रक्तपिपासु देवी से कैसे किया? सारांश:यह पहेली कुछ देवताओं के अहिंसक गुणों और देवी काली की उग्र, हिंसक प्रकृति के जुगलबंदी में गहराई से उतरती है, यह खोजती है कि ब्राह्मणिक परंपरा ने अपने पंथ में इतने विपरीत लक्षणों को कैसे समन्वित किया। मुख्य बिंदु: विपरीत… Continue reading पहेली संख्या 15:ब्राह्मणों ने एक अहिंसक देवता का विवाह रक्तपिपासु देवी से कैसे किया? – हिंदू धर्म में पहेलियाँ – वन वीक सीरीज – बाबासाहेब डॉ.बी.आर.बाबासाहेब आंबेडकर