परिशिष्ट VII : उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत में मुस्लिम आबादी का अनुपात जिलावार
सारांश
यह परिशिष्ट उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत (N.-W. F. Province) के विभिन्न जिलों में मुस्लिम आबादी का प्रतिशत और वास्तविक संख्याओं में विस्तृत विभाजन प्रदान करता है, जो प्रश्न काल के दौरान जनसांख्यिकीय संरचना को दर्शाता है। इसमें अधिकांश जिलों में मुस्लिम आबादी का उच्च प्रतिशत दिखाया गया है, जिसमें कुल आबादी और मुस्लिम हिस्से के बारे में विशेषताएं हैं, जो क्षेत्र में प्रमुख जनसांख्यिकीय समूह को उजागर करती हैं।
मुख्य बिंदु
- शामिल जिले: परिशिष्ट में हज़ारा, मर्दान, पेशावर, कोहाट, बन्नू, और डी. आई. खान जैसे विभिन्न जिलों का उल्लेख है।
- मुस्लिम आबादी का प्रतिशत: उल्लिखित सभी जिलों में मुस्लिम आबादी का प्रतिशत काफी उच्च है, जिसमें आंकड़े लगभग 8% से 96.5% तक हैं।
- कुल बनाम मुस्लिम आबादी: प्रत्येक जिले के लिए, कुल आबादी और मुस्लिम आबादी दोनों का उल्लेख है, साथ ही कुल आबादी में मुस्लिमों का प्रतिशत भी है। उदाहरण के लिए, हज़ारा में, कुल आबादी के साथ 9% मुस्लिम होने का उल्लेख है।
- गैर-मुस्लिम आबादी: परिशिष्ट प्रांत में गैर-मुस्लिम आबादी के बारे में भी विवरण प्रदान करता है, जो 5% से 14. 2% तक की प्रतिशतों के साथ एक अल्पसंख्यक स्थिति को दिखाता है।
निष्कर्ष
“भारत का विभाजन या पाकिस्तान” का परिशिष्ट VII उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत के जिलों में मुस्लिम बहुलता के महत्वपूर्ण मुस्लिम बहुसंख्यक को उजागर करता है, जो इन जिलों में व्यापक मुस्लिम बहुसंख्यक को रेखांकित करता है। यह जनसांख्यिकीय वितरण भारत के विभाजन के आसपास की चर्चाओं और निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, उपमहाद्वीप के इतिहास में जातिवाद, धर्म और राजनीति के जटिल सम्मिश्रण को दर्शाता है। जिला वार जनसंख्या का विस्तृत गणना विभाजन और उसके प्रभावों पर विचार करते समय क्षेत्रीय जनसांख्यिकी को समझने के महत्व को रेखांकित करता है।